Covid-19 के मरीजों की बढ़ती संख्या को देखते हुए अपने भाई को सावधानी बरतने की सलाह देते हुए पत्र लिखिए।

विजयनगर,
झारखंड।

दिनांक…

प्रिय भाई नीरज,
अभिनन्दन।

आशा करता हूं कि तुम व परिवार के अन्य सदस्य सभी सकुशल होंगे। मैं भी यहां अपने परिवार के साथ सकुशल हूं। तुम वर्तमान परिस्थिति से अवगत ही हो, कोरोना वायरस का खतरा हर व्यक्ति के जीवन पर मंडरा रहा है। चीन से शुरू होते हुए यह संपूर्ण विश्व में फैलता जा रहा है। यह बीमारी संक्रमित व्यक्ति के साथ – साथ उससे संबंध रखने वाले अन्य व्यक्तियों के लिए भी घातक है। कोरोना वायरस का संक्रमण लोगों के एक दूसरे के संपर्क में आने से तेज़ी से फैलता है। जिस कारण इससे संक्रमित मरीजों की संख्या में दिन प्रतिदिन वृद्धि होती रही है। इस समय प्रत्येक व्यक्ति के लिए सावधानी बरतने की आवश्यकता है। भारत सरकार द्वारा कोरोना वायरस की चैन को तोड़ने के लिए देश में लॉकडॉउन के नियम लागू किया गए है। इन नियमों का कठोरता से पालन ना करने वाले लोगों पर दण्ड की व्यवस्था भी की गई है। इसीलिए मैं तुम्हें सचेत करता हूं कि आवश्यकता होने पर ही घर से बाहर निकलने का प्रयास करो। बाहर निकलते समय अपने साथ सैनिटाइजर की बोतल रखो व अपना फेस मास्क पहन कर निकलो। तथा संभवतः अपने सर को ढकने का व हाथों में ग्लवस पहनने का भी प्रयास करों। चूंकि कुछ समय के पश्चात लॉकडॉउन की प्रक्रिया भी समाप्त हो जाएंगी। ऐसी स्थिति में स्वयं को ही कोरोना नामक बीमारी से बचने के लिए सावधानी रखनी पड़ेगी। यदि तुम्हारे शरीर में कोरोना वायरस से संबंधित लक्षण दिखाई दे तो उचित समय पर कोरोना वायरस की जांच कराओ। तुमसे मिलने जुलने वाले लोगों में यदि कोरोना वायरस के लक्षण नजर आएं तो उनसे उचित दूरी बनाए रखो एवं उन्हें एहतियात बरतने की सलाह प्रदान करो। अपनी इम्यूनिटी पॉवर को बढ़ाने के लिए उचित रूप से पौष्टिक आहार लो। बाहर के समस्त प्रकार के भोजन पर रोक लगाने का निर्णय लो। इन दो वर्षों में कोरोना वायरस के प्रकोप के कारण लाखों लोगों की जान चली गई साथ ही कई परिवार उजड़ गए। मैं और तुम मिलकर ईश्वर से प्रार्थना कर सकते है कि शीघ्र ही यह वायरस संसार से विलुप्त हो जाएं। अतः तुम अपने साथ – साथ माता जी व पिता जी के स्वास्थ्य का भी विशेष रूप से ध्यान रखना।

तुम्हारे प्रिय बड़े भाई,
गौरव शर्मा।
नई दिल्ली।

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