कोरोना काल में आपने अपना जन्मदिन कैसे मनाया इस पर मित्र को पत्र लिखिए

श्री साईं क्लीनिक के निकट,
उत्तम नगर वेस्ट,
नई दिल्ली।

दिनांक………

प्रिय मित्र,
संजीव यादव।
नमस्ते।

आशा करता हूं कि तुम सकुशल होंगे। मेरे जन्मदिन पर तुमने मुझे जो घड़ी उपहार स्वरूप भेजी है। उसके लिए तुम्हारा बहुत बहुत धन्यवाद! मुझे तुम्हारी घड़ी का रंग बहुत अच्छा लगा। मेरे जन्मदिन पर सभी उपहारों की अपेक्षा यह सबसे सुंदर व उपयोगी उपहार रहा। मुझे अत्यंत खेद है कि इस वर्ष कोरोना वायरस के कारण मैं अपना जन्मदिन हर वर्ष की भांति अपने मित्रों के साथ मिलकर नहीं मना सका।
लॉकडॉउन की व्यवस्था होने के कारण मैं अपना जन्मदिन घर से बाहर जाकर भी नहीं मना सकता था। साथ ही वायरस का संक्रमण इतनी तेजी से फैलता जा रहा है कि घर में भी अपने मित्रों को नहीं बुला सकता था। परंतु मुझे इस बात की बेहद प्रसन्नता है कि मेरे सभी मित्रों ने मुझे जन्मदिन की ढेरों बधाई भेंजी। साथ ही अनुज जो कि मेरे स्कूल का सबसे पुराना मित्र रहा था। उसने भी मुझे बधाई भेजी।
मेरे जन्मदिन के दिन सुबह उठते ही हर वर्ष की भांति मैंने अपने दादा – दादीजी व माता – पिताजी के चरण स्पर्श किए। उसके पश्चात स्नान आदि करने के बाद भगवान जी की आराधना की। तुम जानते हो?

मेरे जन्मदिन की रात ठीक 12 बजे सबसे पहले मेरे पिताजी ने मुझे जन्मदिन की बधाई दी। उन्होंने मेरे जन्मदिन पर मुझे एटलस की साइकिल भेंट की है। दादीजी ने मेरे लिए घर पर मेरा मनपसंद मूंग की दाल का हलवा बना कर खिलाया। व मेरी माताजी ने घर पर ही मेरे लिए केक बनाया। केक और हलवा दोनों ही बहुत स्वादिष्ट बने थे। इसके अतिरिक्त कोरोना वायरस के संक्रमण काल में मैं अपने जन्मदिन पर अनावश्यक खर्चों से भी दूर रहा। इस परिस्थिति में मेरे जन्मदिन पर मुझे एक नया अनुभव प्राप्त हुआ।


मित्र, उम्मीद करता हूं कि अगले वर्ष मेरे जन्मदिन तक यह वायरस का प्रकोप समाप्त हो जायेगा। अब मुझे तुम्हारे जन्मदिन का इंतजार है। हम शीघ्र ही एक दूसरे से मिलेंगे।
तुम्हारी कामना सहित।

तुम्हारा मित्र,
राहुल,
सेक्टर 65,
नोएडा।

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