कोरोना महामारी में योग के महत्व पर पत्र लिखिए।

गली नंबर- 8
सूरज नगर,
शाहजहांपुर।

दिनांक……

स्नेही भाई,
गौरव।

गत सप्ताह मुझे तुम्हारा पत्र प्राप्त हुआ था। जिसमें तुमने अपने परीक्षाफल के विषय में जानकारी दी थी। मुझे अत्यंत खुशी है कि तुमने अपनी कक्षा में प्रथम स्थान प्राप्त किया है। तुम जानते हो कि इस समय हम सभी के ऊपर कोरोना वायरस का खतरा मंडरा रहा है। जिस कारण हमें अधिक सावधानी बरतने की जरूरत है। मैं तुम्हें बताना चाहूंगा कि इस वायरस के संक्रमण से बचने के लिए शरीर को स्वस्थ रखना अत्यंत आवश्यक है। जिस कारण कोरोना महामारी के समय में योग का महत्व अब और अधिक बढ़ गया है। योग एक ऐसा साधन है, जो मनुष्य को शारीरिक तथा मानसिक रूप से सुदृढ़ बनाता है।
एक शोध के अनुसार, शारीरिक रूप से मजबूत व्यक्ति को कोविड -19 संक्रमण का खतरा कम हो जाता है। इसके अतिरिक्त शारीरिक रूप से कम सक्रिय होने वाले व्यक्तियों में मोटापा, डायबिटीज़, हृदय रोग व अन्य रोग अधिक देखे गए हैं। इन बीमारियों का प्रभाव कोरोना से संक्रमित मरीजों को मौत की स्थिति में लाकर खड़ा कर देता है।
तुम्हें स्मरण होगा! जब मैं वहां रहा करता था, तब प्रतिदिन सुबह व्यायाम व योग किया करता था। साथ ही माता व पिता जी को भी योगाभ्यास करवाया करता था। सुबह के समय बहुत से लोग योग किया करते थे। नियमित रूप से योग करने वाले लोगों के चेहरे पर ताजगी व चमक दिखाई देना शुरू हो जाती है। मैं यहां रहकर भी प्रतिदिन नियमित रूप से घर पर ही योग किया करता हूं।
मैं तुम्हें भी यह सलाह देना चाहता हूं कि मास्क, सैनिटाइजर का प्रयोग व टीकाकरण के साथ साथ तुम भी रोजाना नियमित रूप से योग का अभ्यास करना शुरू कर दो। साथ ही अपने मित्रों व अन्य परिचित लोगों को भी योग के महत्व को समझाने का प्रयास करो। मैं चाहता हूं कि तुम पुनः माताजी व पिताजी को भी योगाभ्यास कराना शुरू करो। ताकि वे भी कोरोना के संक्रमण से कुछ हद तक सुरक्षित हो जाएं। अंततः माताजी व पिताजी को मेरा प्रणाम व तुम्हारे लिए स्नेह।

तुम्हारा बड़ा भाई,
अमन।
फ्लैट नंबर- 16,
सेक्टर 26,
नोएडा।

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