सेवा में,
स्वास्थ्य अधिकारी महोदय,
मेरठ, उत्तर प्रदेश।
विषय- चिकित्सीय सुविधाओं के अभावों की ओर ध्यान आकर्षित करने हेतु पत्र।
मान्यवर,
मेरा नाम सूरज चौधरी है। मैं मेरठ नगर के मोदी नगर इलाके का निवासी हूं। इसके साथ ही मैं स्थानीय सरकारी अस्पताल में कर्मचारी के पद पर कार्यरत हूं। पिछले ही सप्ताह मेरे भतीजा का स्वास्थ्य अचानक बिगड़ गया था। जिसके चलते मैंने उसे इलाज के लिए सरकारी अस्पताल में भर्ती कराया। लेकिन इस सरकारी अस्पताल में इलाज हेतु चिकित्सीय सुविधाओं का घोर अभाव है।
चिकित्सीय सुविधाओं में कमी के कारण डॉक्टर तथा कर्मचारी उचित इलाज करने में असमर्थ है। जांच के लिए आवश्यक उपकरणों की कमी के कारण मरीजों को बाहर अधिक रुपए खर्च करके जांच करानी पड़ रही है। मैंने कई बार देखा है कि अस्पताल में इमरजेंसी में आने वाले मरीजों को उपकरण ना होने के कारण अत्यंत कठिनाई का सामना करना पड़ता है। सुविधाओं के अभाव में इलाज में भी अनावश्यक देरी होती है। जिससे मरीजों को मजबूरन प्राइवेट अस्पतालों की शरण लेनी पड़ती है।
इन्हीं सब कारणों से मेरे भतीजे का इलाज भी ठीक से नहीं हो सका। जिसके लिए मुझे अत्यंत असहाय महसूस हो रहा है। इस प्रकार की असुविधाएं गरीब तथा मजदूर लोगों के लिए जानलेवा साबित हो सकती है। जो अपने इलाज के लिए सरकारी अस्पतालों पर आश्रित है तथा बड़े अस्पतालों में जाने के लिए असमर्थ हैं।
मेरे तथा मेरे सहायक कर्मचारियों द्वारा कई बार इन असुविधाओं की सूचना स्वास्थ्य विभाग को दी गई। परंतु किसी भी अधिकारी ने चिकित्सीय असुविधाओं के प्रति रुख नहीं किया। इन्हीं असुविधाओं के चलते स्थानीय लोगों ने सरकारी अस्पताल की निन्दा करना शुरू कर दिया है। साथ ही सरकार के समक्ष भी कई सवाल उठाए हैं।
अतः मेरा आपसे विनम्र निवेदन है कि आप अस्पताल के चिकित्सीय संबंधी असुविधाओं की ओर ध्यान केंद्रित करें। तथा यथाशीघ्र इन असुविधाओं की पूर्ति हेतु आवश्यक उपकरण तथा दवाओं की उपलब्धता का प्रयास करें। ताकि जनता सरलता पूर्वक सरकारी अस्पताल की सेवाओं का लाभ उठा सके। यह निर्णय जनता के हित में हो।
सधन्यवाद।
भवदीय,
सूरज चौधरी,
मोदी नगर,मेरठ।
दिनांक…….