कुछ लोग कोरोना महामारी में कोरोना के नियमों का पालन नहीं कर रहे हैं, इस पर चिंता जताते हुए दैनिक समाचार पत्र के संपादक पत्र लिखिए।

सेवा में,
माननीय संपादक महोदय,
सिकला टॉवर के पास,
मीरारोड, महाराष्ट्र।

विषय – कोरोना महामारी के विषय पर चिंता व्यक्त करते हुए संपादक पत्र।

मान्यवर,
सविनय निवेदन इस प्रकार है कि मैं अतुल त्रिपाठी आपके समाचार पत्र का नियमित पाठक हूं। आपका समाचार सदैव से मेरा लोकप्रिय रहा है। मैं आपके समाचार पत्र के माध्यम से देश में कोरोना महामारी के प्रति लोगों की लापरवाही पर चिंता व्यक्त करते हुए एक लेख प्रकाशित कराना चाहता हूं।

महोदय, आप जानते ही हैं कि इस समय संपूर्ण विश्व में कोरोना महामारी का प्रकोप भयानक रूप से फैला हुआ है। इस वर्ष इस वैश्विक महामारी के कारण भारत में लाखों की संख्या में लोगों की जान चली गई। देश की समस्त कार्यव्यवस्था को असंतुलित करने वाली इस बीमारी ने आर्थिक रूप से सरकार को तथा जनता को कमजोर कर दिया है। अधिकतर व्यक्तियों के व्यवसाय कमजोर पड़ चुके हैं, साथ ही नौकरी करने वाले कई लोग बेरोजगारों की श्रेणी में आ चुके हैं। लेकिन इसके बावजूद, देश की तमाम जनता कोरोना महामारी को एक साधारण बीमारी समझकर लापरवाही बरत रही है।

कोरोना से बचने के लिए जो आवश्यक नियम बनाए गए हैं जैसे – बाहर निकलने से पहले मास्क का प्रयोग करें, सार्वजनिक स्थानों पर मास्क का प्रयोग करें, अत्यंत भीड़ भाड़ से बचें। सैनिटाइजर का इस्तेमाल करें। घर से बाहर अनावश्यक रूप से ना निकले आदि का पालन कठोरता से नहीं किया जा रहा है। जो कि अति चिंतक विषय है। मैंने सड़कों पर कई लोगों को देखा है कि वह बिना मास्क के घूम रहे हैं, कहीं पर सैनिटाइजर का इस्तेमाल नहीं किया जा रहा है। ऐसे में कोरोना महामारी के मरीजों की संख्या में तेजी से बढ़ोत्तरी होने लगेगी। जिसे रोकना अत्यंत कठिन हो जाएगा। इसलिए समस्त देशवासियों की यह जिम्मेदारी है कि वे कोरोना से संबंधित सभी नियमों का पालन करें।

मेरा आपसे विनम्र निवेदन है कि समाज में कोरोना महामारी के प्रति जागरूकता बढ़ाने के लिए उपरोक्त लेख अपने प्रतिष्ठित समाचार पत्र में प्रकाशित करने की कृपा करें। यह कार्य जनता के हित के लिए आवश्यक है।
सधन्यवाद।

भवदीय,
अतुल त्रिपाठी।
लेखक,
महाराष्ट्र।
दिनांक……

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