इस पोस्ट में देखंगे और सीखेंगे की संपादक को पत्र कैसे लिखें- How To write Letter To Editor. पत्र एक महत्वपूर्ण माध्यम है जिसका उपयोग लोग अपने समुदाय, समाज, और राष्ट्र के मुद्दों पर अपने विचार और सुझाव प्रकट करने के लिए करते हैं। यह पत्र छोटे कक्षा व बड़े कक्षाओं(9th, 10th to 12th) के छात्रों को परीक्षा में मदद करेगा।
संपादक को पत्र-letter to editor format एक प्रारूपिक, संविष्टिगत पत्र होता है, जो किसी विशिष्ट प्रकाशन, पत्रिका, या अख़बार के संपादक को भेजा जाता है, जिसका उद्देश्य सराहना, समीक्षा करना, जानकारी प्रदान करना, या किसी विशिष्ट सूचना को संवादित करना होता है।
Writing Letters to the Editor in Hindi- Formats, Topics, Examples, and Samples for Class 9, 10th to 12th Students
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संपादक को पत्र कैसे लिखें? किन बाँटो को ध्यान में रख कर पत्र लिखना चाहिए ।
- प्रारंभ करें नम्रता से: पत्र की शुरुआत ‘प्रिय संपादक‘ या ‘मान्यवर संपादक‘ के साथ नम्रता भाव से करें।
- मुद्दा(issue) प्रस्तुत करें: अपना मुद्दा स्पष्ट और साफ शब्दों में प्रस्तुत करें। क्योंकि संपादक की समझ कम समय में होती है, इसलिए संक्षेप और स्पष्टता महत्वपूर्ण हैं।
- समर्थन दें: अपने विचारों को प्रमाण और तर्क से समर्थित करें। यदि आपके पास संख्यात्मक आंकड़े या प्रमाण है, तो उन्हें साझा करें।
- समाधान प्रस्तुत करें: अपने पत्र में समस्या का समाधान या सुझाव प्रस्तुत करें।
- अंत में धन्यवाद दें: अपने पत्र को धन्यवाद देने के साथ समाप्त करें और अपना नाम और संपर्क जानकारी दें।
संपादक को पत्र लिखने का तरीका निम्नलिखित है।
- शुरुआत (Beginning): पत्र की शुरुआत नम्रता और संवादना भाव से करें। आप “प्रिय संपादक” या “मान्यवर संपादक” के रूप में आदर्श शब्दों का चयन कर सकते हैं।
- विषय (Subject): पत्र के शीर्षक में विषय को स्पष्ट रूप से संक्षेप में प्रस्तुत करें।
- मुख्य भाग (Main Body): पत्र के मुख्य भाग में अपना मुद्दा(issue) या विचार व्यक्त करें। इसके लिए सुसंगत तर्क और प्रमाण का सहारा लें। विषय को विस्तार से व्यक्त करें और अपने दृष्टिकोण को साबित करने के लिए उदाहरण या तथ्य प्रस्तुत करें।
- समाधान (Solution): यदि आपके पास कोई समाधान या सुझाव है, तो उन्हें स्पष्ट रूप से प्रस्तुत करें।
- विश्वासपत्र (Conclusion): पत्र को सांकेतिक रूप में समाप्त करें, और अपने दृष्टिकोण को पुनः अद्यतित करने का आग्रह करें।
- आभार (Thanksgiving): अपने पत्र में संपादक के समय और ध्यान के लिए आभार व्यक्त करें।
- तिथि और हस्ताक्षर (Date and Signature): आपके पत्र को तिथि और आपके हस्ताक्षर के साथ समाप्त करें।
- संलग्न दस्तावेज (Attachments): यदि आवश्यक हो, तो आपके पत्र के साथ किसी दस्तावेज को भी संलग्न कर सकते हैं।
- पत्र का पता (Address the Letter): संपादक के पत्र को उनके सही पते पर भेजें और सही स्थान पर पिन कोड दें।
- बार-बार जाँच करें (Proofreading): आपके पत्र को दोबारा पढ़ें और वाक्य रचना, ग्रामर, और शैली के त्रुटियों को सुधारें।
- पत्र द्वारा भेजें (Send the Letter): अपने पत्र को संगठन या पत्रिका के संपादक के पते पर भेजें।
- अपने कॉपी संरक्षित रखें (Keep a Copy): आपके पत्र की प्रतिलिपि अपने पास सुरक्षित रखें, ताकि आवश्यकता पड़ने पर आपको संदर्भित करने में मदद मिले।

संपादक को पत्र कैसे लिखें? कुछ Examples or Topics दिए गए है जिससे आपको पत्र को लिखने व सिखने में मदद मिलेगी।
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Topics 1. सरकारी अस्पतालों की दुर्व्यवस्था को बताते हुए दैनिक समाचार पत्र के सम्पादक को पत्र लिखिए।
सेवा में,
संपादक महोदय,
दैनिक समाचार पत्र,
रतनपुर कॉलोनी, पंकी
कानपुर कार्यालय,
उत्तर प्रदेश।
विषय- सरकारी अस्पतालों की दुर्व्यवस्था का उल्लेख करते हुए पत्र।
मान्यवर,
मैं आपके प्रतिष्ठित समाचार पत्र के माध्यम से राज्य सरकार का ध्यान शहर में स्थित तमाम सरकारी अस्पतालों की दुर्व्यवस्था की ओर आकर्षित करना चाहता हूं।
निवेदन इस प्रकार है कि शहर के सरकारी अस्पतालों में प्रतिदिन अधिक संख्या में लोग अपने इलाज के लिए आते हैं। क्योंकि सरकारी अस्पतालों में कम खर्चे में इलाज संभव हो जाता है। साथ ही सरकार की ओर से व्यवस्थित होने के कारण अस्पताल में इलाज कराने हेतु विश्वास भी बढ़ जाता है। परंतु इस समय सरकारी अस्पतालों की व्यवस्था अत्यंत खराब स्थिति में पहुंच चुकी है। अस्पताल में मरीजों को भर्ती करने के लिए बेड की कमी है। जिस कारण कई मरीज बिना इलाज के ही अस्पताल से वापस लौट जाते है। आर्थिक रूप से कमजोर मरीजों को मजबूरन प्राइवेट अस्पतालों की शरण लेनी पड़ती है।
इसके अतिरिक्त, अस्पतालों में डॉक्टरों की कमी से मरीजों को असुविधा का सामना करना पड़ रहा है। इमरजेंसी वार्ड में मरीजों को भर्ती तक नहीं किया जा रहा। अस्पतालों में जगह जगह सफाई व्यवस्था भी उचित प्रकार से नहीं की जाती। इस्तेमाल किए गए इंजेक्शन, रूई आदि गंदगी फर्श को कोनों में दिखाई देती है। मरीजों का यह भी कहना है कि अस्पताल में इलाज संबंधी संसाधनों की कमी है। जिस कारण कई मरीजों ने इलाज के दौरान अस्पताल में ही जान गवां दी।
अधिकतर मरीजों के परिवार के सदस्यों द्वारा इस बात की शिकायत जिला अस्पताल के मुख्य अधिकारी को पत्र लिखकर की गई। लेकिन किसी भी अधिकारी द्वारा इस दुर्व्यवस्था की ओर ध्यान नहीं दिया है।
अतः मेरा आपसे विनम्र अनुरोध है कि आप इस समस्या को अपने मशहूर समाचार पत्र में प्रकाशित करके समस्त बड़े स्वास्थ्य अधिकारियों व सरकार तक पहुंचाने का प्रयास करें। इस समस्या को अपने समाचार पत्र में प्रकाशित करने के लिए मैं आपका सदा आभार मानूंगा।
सधन्यवाद।
भवदीय,
जितेन्द्र जौहर,
कानपुर,
दिनांक।_____
Topics 2 . स्थानीय समाचार-पत्र के सम्पादक को पत्र (बार-बार बिजली के चले जाने की शिकायत)
प्रिय सम्पादक,
नमस्ते। मैं इस पत्र के माध्यम से आपको हमारे स्थानीय समाचार-पत्रिका के माध्यम से बार-बार बिजली के चले जाने की समस्या के संबंध में चिंतितता व्यक्त करना चाहता हूँ।
हमारे गाँव में बिजली की बिगड़ती स्थिति के चलते हमें अक्सर अक्षम होते हैं, जिससे हमारे दैनिक जीवन को प्रभावित करता है। इसके परिणामस्वरूप, नहीं सिर्फ हमारे घरेलू गतिविधियों को बाधित किया जाता है, बल्कि यह भी व्यापार और शिक्षा के क्षेत्र में हानिकारक प्रभाव डालता है।
मैं जानता हूँ कि हमारे क्षेत्र में इस समस्या के समाधान के लिए कई बार आवश्यक कदम उठाए गए हैं, लेकिन समस्या अब भी विद्यमान है। इसके बावजूद, कोई ठोस समाधान नहीं हुआ है, और हमारी जीवनशैली पर इसका नकारात्मक प्रभाव पड़ रहा है।
मेरा आपसे निवेदन है कि आप हमारे क्षेत्र के बिजली सर्विस प्रोवाइडर और सरकारी अधिकारियों के साथ मिलकर इस मुद्दे का समाधान निकालें, ताकि हमारे समुदाय को अधिक उत्तराधिकारी और सुरक्षित बिजली सप्लाई प्राप्त हो सके।
आपकी सहयोग और सुझाव की प्रतीक्षा है, ताकि हम समस्या का निराकरण कर सकें और हमारे समुदाय को सुरक्षित और विश्वासपूर्ण बिजली सप्लाई प्राप्त हो सके।
धन्यवाद,
[आपका नाम]
[आपका पता]
[आपका फोन नंबर]
Topics 3 . पेयजल की समस्या पर समाचार पत्र के संपादक को पत्र लिखिए।
[आपका पता]
[दिनांक]
सेवानिवृत्त संपादक,
[समाचार पत्रिका/अख़बार का नाम]
[समाचार पत्रिका/अख़बार का पता]
प्रिय संपादक,
नमस्ते। मैं आपके समाचार पत्रिका के एक निष्ठावान पाठक हूँ और मुझे गर्व है कि हमारे समुदाय की बातें आपके माध्यम से प्रकट हो सकती हैं। इस पत्र के माध्यम से, मैं एक महत्वपूर्ण मुद्दे पर ध्यान दिलाना चाहता हूँ – “पेयजल की समस्या”।
हमारे समुदाय में पेयजल की समस्या एक गंभीर समस्या बन चुकी है। हमारे क्षेत्र में पेयजल की कमी और बिगड़ती गुणवत्ता के कारण हमें रोज़ाना यह समस्या झेलनी पड़ रही है। लोग अपनी रोज़मर्रा की जरूरतों को पूरा करने के लिए पेयजल के लिए लम्बी कतारों में खड़े होते हैं और कई बार वे पानी की कमी के चलते तनाव में रहते हैं।
यह समस्या हमारे समुदाय के स्वास्थ्य, सफाई, और आम जीवन को प्रभावित कर रही है। हमारी बच्चियों को विद्यालय जाने में भी दिक्कतें आ रही हैं क्योंकि वहाँ पेयजल की कमी के चलते स्वच्छता की समस्याएँ उत्पन्न हो रही हैं।
मैं आपसे यहाँ पेयजल की समस्या को उठाने और इस पर ध्यान देने की गुज़ारिश करता हूँ। क्या हम समुदाय को स्वच्छ और सुरक्षित पेयजल प्रदान करने के लिए कोई कदम उठा सकते हैं? क्या आप हमारे समुदाय के लोगों के लिए समाधान ढूंढने में मदद कर सकते हैं?
मुझे विश्वास है कि आपकी समाचार पत्रिका के माध्यम से हमारी आवाज़ को सुना जाएगा और सामुदायिक स्तर पर समस्या का समाधान ढूंढा जाएगा।
धन्यवाद,
[आपका नाम]
[आपका संपर्क जानकारी, जैसे ईमेल या फ़ोन नंबर]
Topics 4 . दैनिक समाचार पत्र के संपादक के नाम मिलावटी दूध की बिक्री के संबंध में लगभग 100 शब्दों में पत्र लिखिए
प्रिय संपादक,
मैं इस पत्र के माध्यम से आपको सूचित करना चाहता हूँ कि हमारे क्षेत्र में मिलावटी दूध की बिक्री बढ़ गई है, जिससे लोगों को स्वास्थ्य समस्याएँ हो रही हैं। इस मामले में कई दुकानदार असावधानी से मिलावटी दूध बेच रहे हैं, जिसका प्रमाण सरकारी प्रतिनिधियों द्वारा भी मिल रहा है। कृपया इस मुद्दे पर विशेष ध्यान दें और ऐसे दुकानदारों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करें, ताकि हमारे समुदाय के लोग स्वस्थ रह सकें।
धन्यवाद,
[आपका नाम]
यदि आपको किसी भी अन्य टॉपिक्स पर पत्र लेखन चाहिए तो हमें कमेंट कर सकते है.अथवा हमरे सर्च से ढूंढ सकते है. ध्यानवाद।