सेवा में,
स्वास्थ्य अधिकारी महोदय,
उत्तर प्रदेश सरकार,
उत्तर प्रदेश।
विषय- कोरोना मामले पर चिंता व्यक्त करते हुए पत्र।
मान्यवर,
सर्वविदित है कि कोरोना महामारी नामक वैश्विक बीमारी का आतंक पूरे देश में बढ़ता जा रहा है। देश में अब तक लाखों की संख्या में लोगों की मौत हो चुकी है। सरकार द्वारा इस बीमारी के संक्रमण पर रोक लगाने हेतु देश में संपूर्ण लॉकडॉउन के नियम भी बनाए गए। ऐसे में सभी को इन नियमों का पालन करना आवश्यक है। परंतु अब अनुमान यह भी लगाया जा रहा है कि इस वायरस से संबंधित कुछ नए वायरस देश में प्रवेश कर रहे है। ऐसे में सभी को अधिक सतर्कता की जरूरत है।
महोदय, मुझे कल ही ज्ञात हुआ कि मेरे इलाके में रहने वाले कुल 5 परिवारों के समस्त सदस्य कोरोना वायरस से संक्रमित है। इन परिवारों को होम क्वारांटाइन करने की हिदायत दी गई है। लेकिन समस्त इलाके के निवासियों का मत है कि इन परिवारों को कोविड अस्पताल में जाना चाहिए। इसका संक्रमण अत्यंत प्रभावशील है। इसलिए इलाके के समस्त रास्तों पर आने-जाने की रोक भी लगनी चाहिए।
दिन प्रतिदिन मरीजों की संख्या में बढ़ोत्तरी हो रही है। जोकि देश के प्रत्येक व्यक्ति के लिए घातक सिद्ध होता जा रहा है। हमें अभी आवश्यकता है कि हर व्यक्ति कोरोना वायरस के संक्रमण को रोकने के लिए सरकार व विशेषज्ञों द्वारा दिए गए दिशा निर्देशों का पालन करें। प्रयास करें कि स्वयं भी इस वायरस के संक्रमण से बचें। साथ ही अपने परिवार तथा प्रियजनों को भी इसके खिलाफ जागरूक करें।
महोदय, मेरा आपसे अनुरोध है कि आप प्रदेश में बढ़ते मरीजों को रोकने के लिए यथासंभव प्रयास करें। समस्त लोगों द्वारा अनावश्यक घर से बाहर निकलने, मास्क का प्रयोग ना करने आदि पर कड़ी कार्यवाही करने का निर्णय लें। स्थिति अधिक बिगड़ने से पूर्व उचित कदम उठाना आवश्यक है।
आशा करता हूं कि आप मेरे विचारों से सहमत होंगे।
भवदीय,
प्रकाश गुप्ता,
स्वास्थ्य कर्मी,
लखनऊ,
उत्तर प्रदेश।
दिनांक…….