शैक्षिक भ्रमण पर जाने की अनुमति मांगते हुए पिताजी को पत्र लिखिए।  


C-123,

निरुपम कॉलोनी,

कैलाश नगर,सूरत।


दिनांक…..

आदरणीय पिता जी,

सादर प्रणाम।
आशा करता हूं कि आप सकुशल होंगे। आपको बताते हुए मुझे यह अत्यंत प्रसन्नता हो रही है कि इस वर्ष मैंने अर्द्ध वार्षिक परीक्षाओं में पूरी कक्षा में प्रथम स्थान प्राप्त किया है। मेरे विद्यालय के समस्त अध्यापक मेरी इस सफलता से प्रसन्न है। साथ ही वार्षिक परीक्षाओं में भी इसी प्रकार प्रदर्शन करने का प्रोत्साहन दिया है।


पिता जी, इसके अतिरिक्त मुझे आपसे एक विषय में आज्ञा भी प्राप्त करनी है। मैं आपको बताना चाहता हूं कि मेरे विद्यालय की ओर से अगले सप्ताह कुछ चयनित विद्यार्थियों को शैक्षिक भ्रमण पर ले जाया जा रहा है। विद्यार्थियों के मन में इतिहास के विषय के प्रति रोचकता लाने के लिए विद्यालय द्वारा लखनऊ शहर के कुछ ऐतिहासिक स्थलों पर जाना निश्चित किया है। जहां बड़ा इमामबाड़ा तथा छोटा इमामबाड़ा अत्यंत प्राचीन तथा प्रसिद्ध है।

इसके अलावा भी कुछ अन्य स्थान है जहां विद्यालय के शिक्षक हम विद्यार्थियों को पूर्ण जानकारी देंगे। ये यात्रा विद्यालय द्वारा पूर्णतः शैक्षिक भ्रमण हेतु आयोजित की गई है।इस शैक्षिक भ्रमण का हिस्सा बनने के लिए विद्यालय की ओर से प्रत्येक विद्यार्थी से उनके पिता जी द्वारा अनुमति पत्र मांगा है। पिता की ओर से अनुमति पत्र प्राप्त करने के पश्चात ही कोई भी विद्यार्थी शैक्षिक भ्रमण पर जा सकता है।


अतः पिता जी मेरी आपसे विनती है कि आप मुझे इस शैक्षिक भ्रमण का हिस्सा बनने की अनुमति प्रदान करें। यह शैक्षिक भ्रमण मेरी ऐतिहासिक तथ्यों की समझ में अवश्य ही सहायक सिद्ध होगा। इसके लिए मैं सदैव आपका आभारी रहूंगा।मुझे आशा कि आप मेरे इस आग्रह को अवश्य स्वीकार करेंगे एवं मुझे निराश नहीं करेंगे।

चरण स्पर्श।


आपका प्रिय पुत्र,

अतुल,

मीना बाजार के निकट,लखनऊ।

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