दूरदर्शन पर शैक्षिक और सांस्कृतिक कार्यक्रमों के प्रसारण की आवश्यकता पर बल देते हुए पत्र लिखिए।

सेवा में,
महानिदेशक,
दूरदर्शन केन्द्र,
वाराणसी।

विषय- दूरदर्शन पर शैक्षिक और सांस्कृतिक कार्यक्रमों के प्रसारण की आवश्यकता पर बल देते हुए पत्र।

मान्यवर,
दूरदर्शन मनोरंजन का एक साधन है। जिसे देश के करोड़ों लोग अपने मनोरंजन के लिए प्रयोग करते हैं। दूरदर्शन पर विभिन्न प्रकार के कार्यक्रमों का प्रसारण किया जाता है। जिसके द्वारा दर्शकों को प्रेरणा मिलती है। साथ ही नई जागरूक शक्ति का संचार भी होता है। ऐसे में दूरदर्शन पर जिस प्रकार के कार्यक्रमों का प्रसारण किया जाएगा। दर्शकों के मन में उसी प्रकार की चेतना तथा भावना का विकास होता है।

महोदय, दूरदर्शन सामाजिक स्तर को सुधारने की शक्ति रखता है। दूरदर्शन के महत्व को देखते हुए इस पर शैक्षिक तथा सांस्कृतिक कार्यक्रमों का प्रसारण किया जाना चाहिए। ताकि देशवासियों में शिक्षा एवं सांस्कृतिक कार्यक्रमों के प्रति उत्साह एवं जिज्ञासा और अधिक बढ़े। इन कार्यक्रमों के माध्यम से घर बैठें लोग देश के विभिन्न सांस्कृतिक कार्यक्रमों की जानकारी प्राप्त कर सकेंगे। साथ ही शैक्षिक कार्यक्रमों के प्रसारण देश के युवाओं तथा बच्चों के लिए भी अत्यंत ज्ञानवर्धक सिद्ध होंगे।


महोदय, देश में मनोरंजन के विभिन्न संसाधन होने के बावजूद भी दूरदर्शन सदैव से लोकप्रिय रहा है। इसलिए यह आवश्यक है कि इस पर ऐसे कार्यक्रम दिखाए जाएं जिससे लोगों को लाभ हो। शैक्षिक तथा सांस्कृतिक कार्यक्रमों के प्रसारण से देश की जनता के उचित मार्गदर्शन के लिए आवश्यक है।


अतः मैं आपसे निवेदन करता हूं कि आप दूरदर्शन पर दिखाए जाने वाले कार्यक्रमों में शैक्षिक और सांस्कृतिक कार्यक्रमों का भी प्रसारण अवश्य करें। आशा करता हूं कि आपको यह सुझाव पसंद आया होगा।
सधन्यवाद।

भवदीय,
संतोष अग्रवाल,
सह-संयोजक,
दूरदर्शन मंच, वाराणसी।
दिनांक………..

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