सेवा में,
मुख्य अधिकारी महोदय,
नगर निगम आयुक्त,
रायबरेली।
विषय- रेल की पटरी पर लगने वाले साप्ताहिक बाजारों से होने वाली असुविधाओं के कारण पत्र।
महोदय,
सविनय निवेदन इस प्रकार है कि मैं चंदन शर्मा रायबरेली के लालगंज फाटक के पास स्थित मोहल्ले में निवास करता हूं। मेरा अपना कपड़ों का व्यापार है। घर के निकट स्थित बाज़ार में मेरी ‘शर्मा जी क्लॉथ’ नामक दुकान है। इसके अतिरिक्त मैं अपने घर से भी कपड़ों की बिक्री का कार्य करता हूं। लेकिन पटरियों पर लगने वाले साप्ताहिक बाजारों के कारण मेरे व्यापार को असुविधाओं का सामना करना पड़ रहा है। ग्राहकों की संख्या में दिन प्रतिदिन कमी होती जा रही है। एवं अव्यवस्थित बाजारों में लगने वाली भीड़ से ग्राहकों को घर तक तथा दुकान तक पहुंचने में दिक्कत हो रही है।
पटरियों पर हफ्ते में दो बार साप्ताहिक बाज़ार लगाया जाता है। जिनमें सब्जियों तथा फलों के ठेले, छोटी छोटी दैनिक वस्तुएं, सस्ते दामों पर कपड़े इत्यादि बेचे जाते है। इन बाजारों में इतनी अधिक भीड़ एकत्रित हो जाती है, जिससे आस पास का सारा इलाका चक्का जाम हो जाता है। गाड़ियों को, रिक्शों को, साइकिल तथा अन्य छोटे वाहनों को तक निकलने में मुश्किलों का सामना करना पड़ता है। अधिक भीड़ होने के कारण अपने कार्यस्थल पर जाने के लिए अधिक समय लगता है। जिससे समय की अनावश्यक बर्बादी का सामना करना पड़ रहा है। बाज़ार के पश्चात पटरियों पर कूड़ा फैला नजर आता है, जो कि वहां के वातावरण को दूषित करता है। इन बाजारों से मुझे ही नहीं अपितु बाज़ार के नजदीकी समस्त निवासियों को दिक्कत है।
माननीय, इन साप्ताहिक बाजारों का रेल की पटरियों पर लगने से अतिक्रमण को बढ़ावा भी बढ़ावा मिल रहा है। नगर निगम आयुक्त का यह कर्तव्य है कि वह इस अतिक्रमण को बढ़ावा देने वाले बाजारों को हटवाने के लिए शीघ्र कोई ठोस निर्णय लें।
अतः मेरा आपसे विनम्र अनुरोध है कि आप इस समस्या की ओर विशेष रूप से ध्यान केंद्रित करें। तथा इन बाजारों से होने वाली असुविधाओं के निवारण हेतु उचित कदम उठाने का प्रयास करें।
इसके लिए मैं आपका आभारी रहूंगा।
सधन्यवाद।
भवदीय,
चंदन शर्मा,
ब्लॉक नंबर वन,
लालगंज फाटक के पास,
रायबरेली।
दिनांक……