सैनिक को पत्र कैसे लिखें।

हम सभी भली भांति परिचित हैं कि, किसी भी देश के सैनिक अपने देश का गौरव होते हैं। अपना सर्वस्व समर्पण करके वे अपने देश की सुरक्षा के लिए समर्पित हो जाते हैं। ऐसे में एक सैनिक जो देश की रक्षा के लिए अपने घर परिवार से दूर रहता है। उनके लिए पत्र लिखे जाते हैं। जिन्हें हम सैनिक पत्र कहते हैं। आइए जानते हैं कि सैनिक पत्र क्यों, किसे तथा कैसे लिखे जाते हैं।

सैनिक को पत्र क्यों लिखे जाते हैं?

देश की सीमाओं पर, कड़ी धूप हो या बारिश या फिर कड़कती ठंड हर मौसम देशवासियों की रक्षा के लिए तैनात रहने वाले सैनिकों पोस्टिंग लेटर मिलते ही बॉर्डर पर अपनी ड्यूटी देने के लिए घर से दूर चले जाते है। और उसके बाद वह कई सालों साल तक अपने घर वापस नहीं जा पाते। ऐसे में उनके घर के सदस्यों द्वारा पत्र लिखे जाते हैं। किसी लड़ाई में जीते सैनिकों की बहादुरी को देखते हुए अनेक देशवासियों द्वारा सैनिकों को प्रशंसा पत्र लिखे जाते हैं। साथ ही उनके त्याग के लिए कई देशवासियों द्वारा धन्यवाद पत्र भी लिखे जाते है।
इसके अतिरिक्त जो सैनिक लंबे समय तक अपने घर नहीं जा पाते वे भी अपने घर के सदस्यों को, मित्रों को पत्र लिखते हैं, यह भी सैनिक पत्र के अन्तर्गत सम्मिलित किए जाते हैं।

सैनिक पत्र किसे लिखे जाते हैं?

सैनिक पत्र के नाम से ही स्पष्ट है, कि यह पत्र सैनिकों द्वारा या सैनिकों के प्रति लिखें जाते हैं। इन पत्रों को किसी अन्य वर्ग को नहीं, बल्कि सैनिक विभाग में कार्यरत सैनिकों को को लिखा जाता है।

सैनिक पत्र कैसे लिखे जाते हैं?

सैनिक पत्र लिखना अत्यंत कठिन नहीं है। परंतु इन पत्रों में भाषा का ध्यान रखना परम आवश्यक होता है। इन पत्रों के लिखने का तरीका कुछ औपचारिक पत्रों की भांति ही रहता है। सैनिक पत्र लिखते समय निम्नलिखित बातों को ध्यान में रखना चाहिए।

  1. स्वच्छता – पत्र लिखने से पहले ध्यान रखना चाहिए कि पत्र जिसपर लिखा जा रहा हो वो पत्र स्वच्छ हो। इसके साथ ही पत्र लिखने की हस्त लेख भी स्वच्छ होना चाहिए।
  2. संक्षिप्त – पत्र का विषय अत्यधिक लंबा नहीं होना चाहिए।
  3. संबोधन – सैनिक पत्र के प्रारूप में संबोधन शब्दों का प्रयोग किया जाना भी किया जाता है। जैसे – प्रिय सैनिक।
  4. अभिवादन – सैनिक पत्र के प्रारूप में अभिवादन शब्द का प्रयोग भी किया जाता है।
  5. अंतिम वाक्य – आपका आभारी, आपका शुभचिंतक जैसे शब्दों का प्रयोग किया जाना चाहिए। सैनिक पत्र का उदाहरण

सैनिकों को धन्यवाद देते हुए पत्र लिखें।

प्रिय सैनिक,

भारतीय सुरक्षा व सेना बल,

सादर अभिवादन।

आपको यह पत्र लिखते हुए मुझे अत्यंत खुशी तथा गौरवान्वित महसूस हो रहा है। मुझे गर्व है कि आप जैसे जवान मेरे देश तथा देश के समस्त नागरिकों की रक्षा के लिए अपनी जान की परवाह किए बिना सीमा पर तैनात खड़े हैं। एक सैनिक देश का गौरव एवं अभिमान होता है। देश के सैनिकों के बिना देश की सुरक्षा की कल्पना करना भी फिजूल है।


आपके कारण ही हम सभी अपने घरों में सुरक्षित सांस ले पा रहे हैं। आजतक ना जाने कितनी लड़ाईयां हुई और उन सभी में देश की रक्षा को सर्वोपरि रखकर कई सैनिकों ने अपने प्राण गवाएं। हम उन अविस्मरणीय शहीद सैनिकों को भी नमन करते हैं। जिनके होने से ही यह देश सदैव सुरक्षित रहता है। मैं अपने तथा अपने परिवार की ओर से आप सभी जवानों का दिल से अभिनन्दन करता हूं। आप सभी के द्वारा किया गया संघर्ष तथा त्याग अकथनीय है। हम आपकी लंबी उम्र की कामना करते हैं।

आपका आभार तथा बहुत-बहुत धन्यवाद।

आपका शुभचिंतक।

आशा करते हैं कि आपको उपरोक्त लेख के माध्यम से सैनिक पत्र लिखने संबंधित महत्वपूर्ण जानकारी प्राप्त हुई होगी।

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