छुट्टियों में अपने मित्र को अपने घर बुलाने के लिए निमंत्रण पत्र लिखिए।

917-डी, नेताजी मार्ग
नई दिल्ली

दिनांक- 21/05/20**

प्रिय मित्र रमेश,

तुम्हारा स्नेहपूर्ण पत्र प्राप्त हुआ। तुमने दसवीं कक्षा उत्तीर्ण कर ली है, इसके लिए मेरी हार्दिक बधाई स्वीकार हो। तु्म्हारे पत्र द्वारा ज्ञात हुआ कि तुम ग्रीष्मावकाश आपके चाचा जी के यहां बिताने का विचार रखते हो। यह बड़ी अच्छी बात है, क्योंकि स्थान परिवर्तन से अवकाश का आनन्द बढ़ जाता है औऱ जलवायु के परिवर्तन का स्वास्थ्य पर भी अच्छा प्रभाव पड़ता है। मुझे याद है कि तुम्हें प्राकृतिक वातावरण और ऐतिहासिक स्थलों पर घूमना काफी पंसद है, ऐसे में तुम अपने चाचा जी औऱ मेरे यहां दिल्ली आकर रह सकते हो।

क्योंकि मेरी इच्छा है कि तुम अपने चाचा जी के साथ सात आठ दिन व्यतीत करने के उपरान्त सम्पूर्ण अवकाश का समय हमारे यहां आकर व्यतीत करो तो अधिक उत्तम होगा। इससे आगे की पढ़ाई हम दोनों सम्मिलित रूप से कर सकेंगे। साथ ही दिल्ली के दर्शनीय स्थल भी देख सकेंगे। हम साथ में लाल किला, कुतुब मीनार औऱ जामा मस्जिद भी घूमेंगे। मैं तुम्हें दिल्ली के कई धार्मिक स्थलों की भी सैर कराऊंगा।

साथ ही हमारे घऱ के निकट ही प्राय सायं भ्रमणार्थ एक बड़ा उद्यान है तथा पढ़ने के लिए एक अच्छा पुस्तकालय भी है। जहां हम बैठकर अलग अलग विषयों की किताबें पढ़ सकते हैं। अगर हम अपनी 12वीं की पढ़ाई एक साथ करते हैं तो कहीं ना कहीं हमें एक दूसरे की मदद मिल सकती है। जिससे हम आगे की बोर्ड परीक्षाओं के लिए बेहतर तैयारी कर सकते हैं।

आशा है कि तुम मेरे आग्रह को स्वीकार कर अपने आने की तिथि औऱ समय सूचित करोगे, ताकि मैं बस स्टैंड पर ही तुम्हारा स्वागत कर सकूं। शेष बातें तुम्हारे मिलने पर करेंगे। तुम अपने माता पिता को मेरा स्नेह देना और उनको कहना कि वह अपना आशीर्वाद मुझ पर बनाए रखें।

तु्म्हारा स्नेही मित्र
सुहास

अपने दोस्तों को share करे:

Leave a Comment