C-15,
जनकपुरी,
नई दिल्ली।
दिनांक…..
प्रिय मित्र,
नकुल,
सप्रेम नमस्ते।
आशा करता हूं कि तुम व तुम्हारा परिवार सकुशल होंगे। मुझे अत्यंत खेद है कि तुम्हारे जन्मदिन के अवसर के बाद से मैं तुमसे नहीं मिल सका। लेकिन तुम्हें स्मरण करते हुए मैंने आज तुम्हें पत्र लिखने का निश्चय किया।
आजकल बरसात का मौसम शुरू हो गया है। इन दिनों मच्छरों का आतंक पूरे जिले में फ़ैल रहा है। इन मच्छरों में सबसे ख़तरनाक डेंगू का मच्छर है। इस मच्छर के काटने से कई बीमारियों के वायरस शरीर के अंदर प्रवेश करते हैं। जिससे रोगी को बुखार, चेहरे अथवा शरीर पर लाल चकते तथा अन्य शारीरिक परेशानियां उठानी पड़ती हैं। इस समय अस्पतालों में लगातार डेंगू के मरीज बढ़ते जा रहे है। साथ ही यह मच्छर अब जानलेवा साबित होने लगा है। इसलिए डेंगू तथा मलेरिया के प्रसार को रोकने के लिए निम्नलिखित सावधानियों का पालन करना आवश्यक है –
- डेंगू तथा मलेरिया के मच्छर अक्सर गंदे पानी तथा गंदी जगहों पर पनपते है। ऐसे में अपने घर को स्वच्छ रखना अत्यंत आवश्यक है। अनावश्यक समान को घर से बाहर रखना तथा बाल्टी, टब में रखे पानी को ढक कर रखें।
- सोते समय मच्छरदानी का प्रयोग करें। साथ ही इस बात का ध्यान रखें कि मच्छरदानी कहीं से कटी फटी नहीं होनी चाहिए।
- कीटनाशक दवाओं का छिड़काव कराना चाहिए। इसका छिड़काव नगरपालिका द्वारा अपने पूरे इलाके में करवाना कराना चाहिए।
- मच्छरों को भगाने तथा मारने के लिए बाज़ार में विभिन्न प्रकार के स्प्रे तथा कॉइल्स बेचें जाते है। जिनके माध्यम सरलता से मच्छरों से बचा जा सकता है।
- इसके अतिरिक्त मैंने बाज़ार में मच्छरों को मारने वाला रैकेट भी पाया है। उसके प्रयोग से भी इन भयंकर मच्छरों से बचा जा सकता है।
उम्मीद करता हूं तुम मेरी इन सुझावों से सहमत होगे। मेरा उद्देश्य मात्र तुम्हारे तथा तुम्हारे परिवार के स्वास्थ्य की सुरक्षा का है।
तुम्हारी कामना सहित।
तुम्हारा मित्र,
अनुज।
गाज़ियाबाद।