सेवा में,
संपादक महोदय,
दैनिक समाचार पत्र,
भीम नगर,
मेरठ।
विषय- बढ़ती हुई मंहगाई पर चिंता जताते हुए संपादक को पत्र।
मान्यवर,
मेरा नाम संजीव वर्मा है। व मैं मेरठ शहर के सूरज नगर इलाके का निवासी हूं। इस पत्र के माध्यम से मैं सरकार का ध्यान दिन प्रतिदिन बढ़ती हुई मंहगाई की ओर आकर्षित करना चाहता हूं।
महोदय, कुछ दिनों से देश में महगांई का स्तर पूर्व से अधिक गुना बढ़ता नजर आ रहा है। जिससे कि आम जनता के सामने एक बड़ी चुनौती आ खड़ी हुई है। सामान्य जीवनयापन की वस्तुओं, खाद्यान्नों व अन्य उपभोगी वस्तुओं के मूल्यों में भारी वृद्धि समस्त स्तर के परिवारों के लिए चिंता का विषय बन गया है।
इसके अतिरिक्त, समाज में रोजगार तथा आय के स्रोत में भी किसी प्रकार की वृद्धि नहीं की जा रही है। सरकार की ओर से महगांई पर लगाम कसने के लिए प्रयास भी नहीं किए जा रहे है। ऐसे में मध्य एवम् निम्न वर्ग का व्यक्ति महगांई के बोझ तले दबता जा रहा है। प्रत्येक मनुष्य के जीवनयापन के लिए आवश्यक मूल तत्व – रोटी, कपड़ा और मकान है। इसमें भी परम आवश्यक रोटी है।
लेकिन आज महगांई के कारण सरकार ने आम जनता को रोटी खाने के मामले में भी सोचने पर विवश कर दिया है। दाल, मसालों, आटा, चीनी आदि के दाम आसमान छू रहे है। कुछ ही दिनों में इन वस्तुओं के दाम पहले के दामों से तिगुने दाम पर पहुंच गए गए हैं।
दूसरी ओर, पेट्रोल के दामों पर भी कोई रोक ही नहीं है।90-100 के बीच में पहुंचे पेट्रोल, डीजल के दामों ने जनता के बीच सरकार के प्रति आक्रोश पैदा कर दिया हैं। सरकार की ओर से बढ़ती महगांई की ओर कोई ठोस निर्णय नहीं लिया जा रहा है। जो कि बेहद चिंता का विषय है।
अतः मेरा आपसे विनम्र अनुरोध है कि आप इस विषय को अपने प्रतिष्ठित समाचार पत्र में छापकर सरकार का ध्यान महगांई की ओर आकर्षित करें। अन्यथा यह बढ़ती महगांई जनता के अनहित का कारण बन जाएगी।
सधन्यवाद।
प्रार्थी,
संजीव वर्मा,
समाज सेवी,
सूरज नगर,
मेरठ।
दिनांक…..