सेवा में,
अध्यक्ष महोदय,
वार्ड नंबर- 3
जिला परिषद,
बिलासपुर।
विषय- गांव में पाठशाला खुलवाने हेतु प्रार्थना पत्र।
महोदय,
इस पत्र के माध्यम से मैं आपसे अपने गांव में बसने वाले अशिक्षित बच्चों के लिए एक विद्यालय खुलवाने की विनती करना चाहता हूं। मैं आपको बता दूं कि मेरे क्षेत्र में दूर दूर तक कोई भी विद्यालय स्थित नहीं है जिस कारण क्षेत्र के कई बच्चें शिक्षा से वंचित रह जाते हैं। इसलिए विद्यालय की स्थापना का विचार क्षेत्र के कई अन्य लोगों द्वारा भी सर्वोचित समझा गया है। मैंने क्षेत्र के कुछ बालकों से भी विद्यालय की जरूरत के विषय में जानकारी प्राप्त की जिसमें से अधिक संख्या में बालकों ने शिक्षा के प्रति अपनी उत्सुकता जाहिर की।
महोदय, आप जानते ही हैं कि देश के प्रत्येक व्यक्ति का शिक्षित होना आवश्यक है। आज के छोटे बच्चों से ही कल का भविष्य है। यह उम्र उनके शिक्षा की है। शिक्षा के अभाव में वे अनुचित मार्ग पर चलना शुरू कर देते हैं। शिक्षा एक ऐसा साधन है जो बालक अथवा बालिका को सही मार्गदर्शन प्रदान करता है। वह अपने देश की प्रगति तथा अपने लक्ष्य की प्राप्ति के लिए सजग होना शुरू हो जाते हैं।
शिक्षा की प्राप्ति हेतु विद्यालय जाना अति आवश्यक है। मेरा विचार है कि विद्यालय में शिक्षा प्राप्त करने के साथ साथ विद्यार्थी अनुशासन भी सीखते हैं। विद्यालय में शिक्षा का उचित वातावरण प्राप्त होता है जिससे बच्चों की शिक्षा के प्रति उत्सुकता बढ़ती है। ऐसे में गांव के निवासी बच्चों के लिए भी एक विद्यालय आवश्यक है। मेरे क्षेत्र में 10 वर्ष से 15 वर्ष तक के बच्चों की संख्या अधिक है। इसलिए कक्षा एक से कक्षा बारहवीं तक का विद्यालय क्षेत्र में उचित रहेगा। यहां क्षेत्र के बच्चें अपनी पढ़ाई बारहवीं कक्षा तक पूर्ण कर पाएंगे। इसके पश्चात वे आगे की पढ़ाई हेतु गांव से बाहर किसी अच्छे विश्वविद्यालय में प्रवेश के लिए सक्षम हो सकेंगे।
अतः मेरा आपसे अनुरोध है कि आप इस विषय के हित में अपनी स्वीकृति प्रदान करें एवं हमारे क्षेत्र में विद्यालय खुलवाने का प्रबन्ध करने की कृपा करें।
इसके लिए मैं आपका सदैव आभारी रहूंगा।
सधन्यवाद।
भवदीय,
सूरज अवस्थी,
बिलासपुर।
दिनांक…….