Block-15
शास्त्री नगर,
बरेली।
दिनांक…….
प्रिय मित्रवर अरुण,
नमस्कार।
गत दो दिन पूर्व आपने मुझे 3000 रुपए देकर मेरी अनुचित परिस्थिति में मेरी बहुत सहायता की। आपकी इस सहायता के लिए मैं आपका आभारी रहूंगा।
मित्र, आप जानते हैं कि इस समय मेरी आर्थिक स्थिति बिल्कुल ठीक नहीं है। मेरी मां का स्वास्थ्य काफी दिनों से कुशल नहीं हो पा रहा हैं। साथ ही मेरे पैर में चोट लगने के कारण मैं अपनी नौकरी पर जाने के लिए भी असमर्थ हूं।
इस सब के चलते मुझे मेरी मां का मोतियाबिंद का ऑपरेशन भी कराना आवश्यक हो गया। जिसके लिए मैंने कुछ रुपए का इंतजाम कर लिया था। शेष बचे रुपए को आपने मुझे देकर मुझ पर बहुत एहसान किया है।
मैंने अपनी परिस्थिति के विषय में अपने अन्य साथियों व रिश्तदारो को भी बताया व उनसे भी सहायता की मांग की, किंतु सभी ने मना कर दिया। मैं परेशान हो गया था। कोई रास्ता नहीं सूझ रहा था। ऐसे में आपने मुझे जो सहायता दी वह मेरे लिए अवर्णनीय है।
मैं अति शीघ्र आपके रूपए वापस कर दूंगा। आपने मुझे मेरी विषम परिस्थितियों में जो ऋण स्वरुप 3000 रुपए की सहायता दी है उसके लिए मैं आपको पुनः धन्यवाद करता हूं।
आपका विश्वासपात्र मित्र,
संजय।