सेवा में,
संपादक जी,
दैनिक अखबार,
बहादुरशाह जफर मार्ग,
नई दिल्ली।
दिनांक :- 15/06/20**
महोदय,
आपके प्रतिष्ठित पत्र द्वारा मैं दिल्ली परिवहन निगम के अधिकारियों का ध्यान दिल्ली में यातायात के लिए बसों की संख्या में वृद्धि के लिए आकर्षित कराना चाहता हूं।
दिल्ली परिवहन की बसों का नियमित यात्री होने के कारण मेरा निजी अनुभव है कि यहां की बसों में वैसे तो प्रत्येक समय पर विशेष रूप से प्रात: सांय विद्यालयों के समय और कार्यालयों तथा दुकानों के खुलने के समय बसों में भीड़ बहुत बढ़ जाती है। बसों के प्रतीक्षास्थलों पर यात्रियों की लंबी लंबी पंक्तियां खड़ी रहती हैं, किंतु बसों की संख्या थोड़ी होने से बसों के ठसाठस भरने पर भी अनेक यात्रियों को उनमें स्थान नहीं मिल पाता है। कई यात्री तो पायदान पर खड़े ही रह जाते हैं, कुछ बाहर लटकते हैं और शेष प्रतीक्षा में खड़े ही रह जाते हैं। यात्री अपने गंतव्य स्थानों पर जाने की शीघ्रता में कई बार इस कारण प्राणों से भी हाथ धो बैठते हैं।
भीड़ में वृद्धों और महिलाओं की दुर्गति भी कम नहीं होती। फिर ऐसी स्थिति में जेब कतरों की भी बन आती है। कई बार तो यात्रियों और संवाहक में या चालक में झगड़ा भी हो जाता है, जिससे यात्रियों को विलंब हो जाता है। कभी चालक भी बसों को निश्चित स्थान पर खड़ी न करके उससे आगे या पीछे खड़ी करते हैं, जिससे यात्रियों को इधर से उधर दौड़ना पड़ता है। इस भाग दौड़ में भी कई बार उन्हें चोट लग जाती है।
इन सभी कठिनाइयों को देखते हुए आपके लोकप्रिय पत्र के माध्यम से परिवहन निगम के अधिकारियों से प्रार्थना है कि वे यथा शीघ्र दिल्ली में अधिक संख्या में नई बसें चलवाएं। जिससे यात्रियों की कठिनाई कम हो और वे यथा समय अपने गंतव्य स्थान पर पहुंच सकें।
धन्यवाद।
भवदीय,
सुधाकर मिश्रा।
आदर्श नगर दिल्ली