शिष्य द्वारा अपने पुराने अध्यापक को अपनी पदोन्नति के विषय में व उनका कुशल मंगल पूछने के सम्बन्ध में पत्र लिखिए

अयोध्या धाम कलॉनी,
F-2
फैज़ाबाद, उत्तर प्रदेश।

दिनांक -……

आदरणीय गुरुवर,
आपको सादर प्रणाम।

आशा करता हूं कि आप सकुशल होंगे। विद्यालय से अपनी शिक्षा पूर्ण करने के लंबे समय बाद मैं आपको पत्र लिख रहा हूं। मेरा पत्र लिखने का उद्देश्य आपका हाल जानना है व अपने विषय में आपको एक अच्छी खबर देना है।

गुरुवर, आपको यह जानकर खुशी होंगी कि मेरी पदोन्नति सहायक प्रबंधक के पद से प्रबंधक के पद पर हो गई हैं। मैंने अपने जीवन में जो कुछ भी प्राप्त किया उसमें आपका विशेष योगदान रहा है। विद्यार्थी जीवन में आपने मुझे जो शिक्षा व ज्ञान प्रदान किया। वह ज्ञान जीवन के प्रत्येक एक पड़ाव पर लाभकारी सिद्ध होता रहा है। आपने सदैव मेरी गलतियों को सुधारने का प्रयास किया। आपके द्वारा दिए गए ज्ञान व शिक्षा के परिणाम स्वरूप मैं इस समाज में सम्मानित जीवन व्यतीत कर रहा हूं। जिसके लिए मैं आपका सदा आभारी रहूंगा।

गत दिनों मुझे मेरे मित्र अशोक से ,जो आपका भी शिष्य रह चुका हैं, आपके स्वास्थ्य की अनुचित खबर मिली थी। आशा करता हूं कि पहले से आपका स्वास्थ कुशल होगा। इसके अतिरिक्त यदि मैं आपकी किसी प्रकार से सहायता करने योग्य हूं, तो कृपया मुझे सेवा का अवसर जरूर दीजिएगा।

अंततः आपसे विनती है कि आप अपने स्वास्थ्य का ध्यान रखिएगा व अपना अमूल्य आशीर्वाद मुझ पर सदैव बनाए रखिएगा।

आदर सहित,
आपका शिष्य,
अतुल

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